Monday, January 28, 2008

हरि प्रसाद 'गोर्खा राई

------------------------------------------------------------------------------------------------------------
मुख्य पृष्ठ जान / नेपाली स्रष्टाहरुको तस्विर / हङकङका स्रष्टाहरुको तस्विर
------------------------------------------------------------------------------------------------------------
साहित्यिक नाम - हरि प्रसाद 'गोर्खा' राई/जुनुमाया राई
जन्म - सन् १९१४, जुलाई १५, कोहिमामा, नागाल्याण्ड,
सेवा - अवकाश प्राप्त, आकाशवाणी, शिक्षा - एम्. ए. -अपूरो
भ्रमण - नेपाल, भारत, वर्मा,
विधा - कथा/कविता, अन्य
सम्वद्ध
पशुपति संघका संस्थापक,
आसाम साहित्य सभाका सदस्य,
पहिलो रचना - १९३३ मा 'शारदा' मा रचना प्रकाशित
मौलिक कृति
१) बाबरी-कविता संग्रह-वि.स. २०३४ २) यहाँ बदनाम हुन्छ-कथा संग्रह-वि.स.२०३१
३) मनचरीको बोली-कथा संग्रह-वि.स.२०३५
सम्पादित, अनूदित र फुटकर कृति
१) कल्याणी -अर्द्ध वार्षिक २) इन्द्रेनी - वार्षिक हस्तलिखित
३) मुखपत्र -डिमापुर साहित्य सभा) ४) कोहिमा साहित्य सभाको मुखपत्र
५) पशुपति-हस्तलिखित ६) कोपिला -हस्तलिखित) ७) सरस्वती हस्तलिखित
८) वाणी-हस्तलिखित-सम्पादन १०) विभिन्न पत्रपत्रिकाहरुमा कथा, कविता, लेख, निबन्ध आदि प्रकाशित
पुरस्कार, मान-सम्मान, पदक
१) वि.स. २०५२ सालको जगदम्बाश्री पुरस्कार प्राप्त २) पदक प्रसाद ढुंगाना र्स्मती पुरस्कार
३) सिक्किमबाट सन् १९९५ मा भाषिक मान्यता पुरस्कार
ठेगाना - निवास - पो.ब.न.४घ, कोहिमा, पोष्ट अफिस, नागाल्याण्ड - ७९७००१
कार्यालय - लोकप्रभा, कटेज, चाँदमारी, कोहिमा ७९७००१, नागाल्याण्ड, भारत
------------------------------------------------------------------------------------------------------------
मुख्य पृष्ठ जान / नेपाली स्रष्टाहरुको तस्विर / हङकङका स्रष्टाहरुको तस्विर
------------------------------------------------------------------------------------------------------------

0 comments: