Monday, June 16, 2008

बालकृष्ण पोखरेल

साहित्यिक नाम - रुपावासी / वसन्त / वत्सल / र्इसावापुर / लक्ष्मीविलास पाध्या
केकेमनुक्च्यो पोखरेल / गढतिरे साहिलो / हिमालपाने बराल,
जन्म - वि.सं. १९९०, भाद्र, कृष्णाष्टमी, चिसापानी गढी, मकवानपुर,
सेवा - प्राध्यापन, शिक्षा - एम्.ए. -भाषाबिज्ञान नेपाली,
विधा - कथा / उपन्यास / समालोचना / काब्य, अन्य
संलग्नता - ने.प्र.प्र. का सदस्य,
पहिलो रचना - वि.सं. २००८ मा "युगबाणी" मा "झ्याउरे नै किन -" शीर्षकको लेख प्रकाशित,

मौलिक कृति -
१) शान्ति सेना - कविता संग्रह - वि.सं. २०१०
२) रसिला कविता - बाल कविता संग्रह - वि.सं. २०२५
३) साना-सानी - बाल कविता संग्रह - वि.सं. २०२५ -४) सौरी - खण्डकाब्य - वि.सं. २०४०
५) एकादेशमा - बाल कथा संग्रह -६) फुटेको ऐना - कथा संग्रह - वि.सं. २०२९
७) सुनगाभा - कथा संग्रह - वि.सं. २०२९ -८) सोधाई र जवाफ - कथा संग्रह - वि.सं. २०२१
९) कानेखुशी - कथा संग्रह - वि.सं. २०३४ -१०) कलेज स्तरमा निबन्धै निबन्ध - निबन्ध संग्रह
११) उकुस मकुस - निबन्ध संग्रह -१२) तेस्रो एकमुखे रुद्रक्षको खोजी - निबन्ध संग्रह
१३) हिमाली रचना - बाल निबन्ध संग्रह -१४) हस्ताक्षर हुन नपाउँदै - नाटक
१५) यातना - उपन्यास -१६) खोलावारि खोलापारि - उपन्यास -१७) मित्रता - उपन्यास
१८) परिचय - उपन्यास -१९) जोर जुलुस - उपन्यास -२०) तीनकथा - उपन्यास
२१) सेतो सिन्दुर - उपन्यास -२२) सुनीरा - उपन्यास -२३) झिमझिम परेली - उपन्यास
२४) कल्पनाको डीलबाट - उपन्यास -२५) बरालिएको मान्छे -२६) पराई मान्छे - उपन्यास
२७) हिमाली साहित्य भाग ४-१० सम्म -३१) पाँचशय बर्ष- अनुसन्धानात्मक
३२) नेपाली भाषा र साहित्य -३३) एक मन सात चिन्तन - समालोचना -३४) राष्ट्रभाषा - भाषिक कृति

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