Friday, June 20, 2008

धर्मराज थापा

साहित्यिक नाम - धर्मराज थापा क्षेत्री
जन्म - बि.सं. १९८१, साउन १ गते, बाटुलेचौर, कास्की,
सेवा - लोक साहित्य, शिक्षा - निजामती मध्यम परीक्षामा प्रथम,
भ्रमण - नेपाल, भारत, बर्मा, चीन, पाकिस्तान / विधा - लोक साहित्य, अन्य
संलग्नता - ने.रा.प्र.प्र. का सह-सदस्य / कास्की साहित्य सदनका अध्यक्ष,

मौलिक कृति
१) बनचरी - २००३ -२) कालीको लहर - २००९ -३) पंचायती प्रजातन्त्र
४) रत्न जुरेली - २००३ - गीतिकाब्य -५) कोसेली - २०१० -६) मिरमिरेको रन्को - २०१४
७) बिलौना - २०११ -८) शितलपाटी - कविता संग्रह -९) मङ्गली कुसुम - खण्डकाब्य - २०२५
१०) गोलसिमल - २०३६ -११) तिलोपत्ताको भेल - २०११ -१२) पहाडी संगीत
१३) बत्तीमुनी अँधेरो -१४) शहीद संझना - गीत संग्रह -१५) श्री ५ महेन्द्रको सबाई - स्मृति काब्य
१६) हाम्रो लोकगीत -१७) मेरो नेपाल भ्रमण -१८) लोक संस्कृतिको घेरामा लमजुङ्ग
१९) तनहूँ फूलबारी -२३) श्री ५ पृथ्बीको अर्ति - काब्य -२४) दिब्य चौतारी - काब्य - बि.सं. २०३५,

सम्पादित, अनुबादित र फुटकर कृति
१) लामिछाने थापाको बंशावली - २०३९ -२) लेखनाथ शतबाषिर्की स्मारिका
३) डाँफेचरी - सम्पादन
४) बिभिन्न पत्र-पत्रिकाहरुमा गीत, कविता, लेख, निबन्ध, नियात्रा प्रकाशित, साथै रेडियोबाट गीतहरु प्रसारित,

पुरस्कार, मान-सम्मान, पदक
१) २०१३ मा स्व. श्री ५ महेन्द्रबाट "जनकवि केशरी" उपाधि
२) २०२५ को "मदन पुरस्कार" प्राप्त "मङ्गली कुसुम" का लागि -३) २०२५ को "को इन्द्रराज्य लक्ष्मी पुरस्कार"
४) २०१३ को र २०३१मा शुभ राज्याभिषेक पदक -६) वि.सं. २०४१ मा "लोक साहित्य पुरस्कार" प्राप्त
७) रत्नश्री स्वर्ण पदक प्राप्त ,
ठेगाना - निवास - कास्की सदन, स्वयम्भु, काठमाडौ / पोखरा,

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